नई दिल्ली। देश की खुफिया एजेंसियों को नए मुखिया मिल गए हैं। रॉ प्रमुख के तौर पर अनिल कुमार धस्माना और आईबी प्रमुख के लिए राजीव जैन के नाम को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत देश के नए सेना प्रमुख होंगे। एयर मार्शल बीएस धनोआ को वायुसेना प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ib raw
अनिल धस्माना 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। रॉ में कई अहम भूमिका निभा चुके धस्माना कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव के पद पर तैनात थे। राजीव जैन 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे आईबी में ही विशेष निदेशक के पद पर तैनात थे। नंबर दो होने के नाते उन्हें इस पद पर नियुक्ति के लिए पहले से प्रबल दावेदार माना जा रहा था। आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा और रॉ प्रमुख राजिंदर खन्ना का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो रहा है। रॉ और आईबी प्रमुख की नियुक्ति दो साल के लिए होती है।
बलूचिस्तान मामलों के विशेषज्ञ हैं धस्माना
धस्माना को बलूचिस्तान, आतंकरोधी ऑपरेशन और इस्लामिक मामलों में विशेषज्ञ के तौर पर जाना जाता है। उन्हें पाकिस्तान और अफगानिस्तान के मामलों का भी खासा अनुभव रहा है। वे लंदन और फ्रैंकफर्ट के अलावा सार्क व यूरोपीय डेस्क पर काम कर चुके हैं। उनकी नियुक्ति में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की अहम भूमिका मानी जा रही है। सरकार की नई बलूचिस्तान नीति को देखते हुए धस्माना की नियुक्ति को काफी अहमियत दी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पहली बार खुलकर बलूचिस्तान का जिक्र किया था। इसके बाद से बलूचिस्तान का मसला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाया हुआ है। भारत की आक्रामक कूटनीति से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में हाल ही में नए सेना प्रमुख और आईएसआई प्रमुख की नियुक्तियां हुई हैं।
उत्तराखंड के अनिल धस्माना के रॉ प्रमुख व बिपिन रावत के सेना प्रमुख बनाए जाने से देश की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों में राज्य का रुतबा और भी बढ़ गया है। देश के वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी इसी राज्य के हैं। डीजीएमओ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह और कोस्ट गार्ड प्रमुख राजेंद्र सिंह भी उत्तराखंड से ही हैं।